बुधवार, 27 जुलाई 2011

आईएसओ ९००१:२००८ गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली अपनाने के लिए सलाहकार की नियुक्ति क्यों जरुरी मानते हैं और सलाहकार नियुक्ति के लिए क्या ध्यान में रखना चाहिए?


सलाहकार की सेवायें लेना आवश्यक नहीं है, फिर भी संस्था का उच्च प्रबंधन अथवा परिचालन समिति को यह निर्धारित करना चाहिए कि क्या सलाहकार सेवाओं की आवश्यकता है. सलाहकार की नियुक्ति एक अच्छा निवेश हो सकता है. एक अच्छा सलाहकार उपयोगी जानकारी प्रदान करने का प्रभावी स्रोत होता है. आईएसओ ९००१:२००८ गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली कार्यान्वयन कार्यक्रम अपनी पटरी पर चलता रहे इसके लिए सलाहकार समय समय पर आवश्यक और उपयोगी सलाह देता है. सलाहकार सेवायें लेने के लिए निम्न पांच कारण हो सकते हैं :
- सलाहकार के पास पर्याप्त अनुभव, दक्षता और समय होता है, जो कर्मचारियों में संभवतः न हो.
- सलाहकार समय के मामले में लचीलापन रखते हैं. वे किसी भी समय (अर्थात रात-दिन, सप्ताहांत व अवकाश के दिन) भी काम करने को तैयार रहते हैं, जब तक प्रोजेक्ट पूरा ना हो जाए.
- सलाहकार नवीनतम और विषयपरक जानकारी प्रस्तुत करते हैं. अपने अनुभवों के आधार पर सलाहकार नवीनतम और निष्पक्ष विचार सामने रखते हैं.
- सलाहकार सदभाव के साथ प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए तत्पर और केन्द्रित रहते हैं.
- सलाहकार आईएसओ ९००१:२००८ गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली कार्यान्वयन के सही प्रयास के प्रमाण हो सकते हैं. सलाहकार की सेवाओं का उपयोग यह दिखाने के लिए किया जा सकता है कि संस्था ने गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली अनुपालना के लिए वास्तविक प्रयास किये हैं.

सलाहकार की नियुक्ति के लिए निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए :
- सलाहकार की योग्यता,
- सलाहकार की लागत (शुल्क).

सलाहकार की नियुक्ति के लिए परिचालन समिति को यह तय करना चाहिए कि सलाहकार का क्या दायित्व होगा. आईएसओ ९००१:२००८ गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली कार्यान्वयन में हर बात के लिए उत्तरदायित्व सलाहकार पर ना डालें. हमेशा यह ध्यान रखें कि सलाहकार का दायित्व मार्गदर्शन देना और उपयोगी जानकारी प्रदान करना है, जबकि वास्तविक कार्यान्वयन प्रयास संस्था को करने हैं.

इस लघु लेख में दी गयी जानकारी आपको कैसी लगी? कृपया अपनी प्रतिक्रिया से अवगत करायें.

शुभकामनाओं सहित,

केशव राम सिंघल

हिंदी में आईएसओ 9001 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली पर जानकारी देने वाला पहला ब्लॉग .....

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