बुधवार, 16 अक्टूबर 2019

#24 - आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली जागरूकता - जोखिम की प्रकृति और प्रभाव


आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली जागरूकता - जोखिम की प्रकृति और प्रभाव

जोखिम मूल रूप से ऐसे खतरे हैं जो वित्तीय अनिश्चितता, कानूनी देनदारियों, रणनीतिक प्रबंधन त्रुटियों, दुर्घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं सहित विभिन्न स्रोतों से पैदा हो सकते हैं। जोखिम छोटे, मध्यम और दीर्घकालिक में किसी भी संस्था को प्रभावित कर सकते हैं। जोखिम संस्था की प्रक्रियाओं, युक्तियों और रणनीति से संबंधित हो सकते हैं। रणनीति (Strategy) संस्था के दीर्घकालिक उद्देश्यों को निर्धारित करती है, और किसी एक संस्था के लिए रणनीतिक योजना आमतौर पर 3 या अधिक वर्ष के लिए होगी। रणनीति युक्ति यह परिभाषित करती है कि कोई संस्था परिवर्तन कैसे प्राप्त करना चाहता है। सामरिक जोखिम आम तौर पर परियोजनाओं, अधिग्रहण, विलय और उत्पादों और सेवाओं के विकास से जुड़े होते हैं। संस्था की प्रक्रियाएँ (Processes of the organization) नियमित गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली (QMS) गतिविधियाँ हैं जो जोखिम के प्रभाव में हैं। जोखिम प्रभाव एक जोखिम पहचान के साथ जुड़े संभावित नुकसान का एक अनुमान है। संभावना और प्रभाव का अनुमान विकसित करने के लिए यह एक मानक जोखिम विश्लेषण अभ्यास है। जोखिम प्रबंधन एक संस्था के लिए खतरों की पहचान, आकलन और नियंत्रण की प्रक्रिया है। यद्यपि आईएसओ 9001: 2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक एक औपचारिक जोखिम प्रबंधन (formal risk management) को अनिवार्य नहीं करता है, पर मानक अपनी अपेक्षाओं में जोखिम आधारित सोच (risk-based thinking) को शामिल करता है।

- केशव राम सिंघल

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