मंगलवार, 23 जनवरी 2024

कहानी - गुणवत्ता की ओर - सुरेश की कंपनी में गुणवत्ता प्रबंधन की यात्रा - 2

सुरेश की कंपनी में गुणवत्ता प्रबंधन की यात्रा 

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रवि नियत समय पर सुरेश के ऑफिस पहुँच गया। सुरेश ने रवि से कहा - स्वागत है आपका। आज आप बहुत ही प्रसन्न लग रहे हैं। 









साभार - प्रतीकात्मक चित्र AI की सहायता से तैयार किया।


रवि - प्रसन्नता की तो बात है। आज एक मित्र ने याद किया। वैसे तो हम सभी अपने-अपने कार्यों में इतने व्यस्त हो गए हैं कि एक-दूसरे से मिलना-मिलाना भी कम ही हो पाता है। 


सुरेश - आप सही कहते हो। वैसे मैंने आपको एक विशेष प्रयोजन से आमंत्रित किया है और मैं आपसे सलाह लेना चाहता हूँ। 


रवि - आप अपनी बात मुझे बताएँ और बताएँ कि आपका वह विशेष प्रयोजन क्या है?


उसी समय सुरेश के पिता और किशोर भी आ गए। सुरेश ने रवि से अपने पिता और किशोर का परिचय कराया और कहा कि ये भी बातचीत में शामिल रहेंगे।


सुरेश - आप तो जानते ही हैं कि हमने बहुत ही मेहनत से यह कम्पनी स्थापित की है। हमारा व्यवसाय बढ़ रहा है और हम प्रगति भी कर रहे हैं, पर हम अभी भी परम्परागत तरीके से व्यवसाय कर रहे हैं। देश की बहुत सी कम्पनियाँ आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली का प्रमाणन ले रही हैं, हम भी इस ओर अपने कदम बढ़ाना चाहते हैं, पर मुझे इस सम्बन्ध में कुछ जानकारी नहीं है। मुझे विश्वास है कि आप मेरी सहायता करेंगे और मुझे सलाह देंगे कि हम कैसे इस ओर बढ़ सकते हैं और गुणवत्ता अवधारणाओं को कैसे लागू कर सकते हैं। कैसे हम प्रमाणन प्राप्त कर सकते हैं। 


सुरेश की बात सुनकर रवि बोला - मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि आप अपनी संस्था में नवाचार प्रयासों की ओर सोच रहे हैं। मैं आपको गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली के बारे में जानकारी दूँगा। पहली बात जो मैं बताना चाहता हूँ, वह है कि किसी संस्था के लिए आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक को अपनाना और लागू करना एक रणनीतिक निर्णय है। एक बार जब कोई संस्था का शीर्ष प्रबंधन आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक को अपनी संस्था में विकसित और कार्यान्वित करने का निर्णय लेता है, तो शीर्ष प्रबंधन की ओर से की गई तीन चीजें आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक के उचित विकास और कार्यान्वयन में सहायता प्रदान कर सकती हैं। ये तीन चीजे हैं  -  (1) शीर्ष प्रबंधन की नेतृत्व भूमिका, (2) शीर्ष प्रबंधन की प्रतिबद्धता, और (3) शीर्ष प्रबंधन की सक्रिय भूमिका। 


सुरेश - कृपया स्पष्टता से समझाएँ। 


रवि - शीर्ष प्रबंधन के लिए आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक को लागू करने के लिए नेतृत्व और प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना आवश्यक है। संस्था के शीर्ष प्रबंधन को आश्वस्त होना चाहिए कि आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक को लागू करने से संस्था को कई संभावित लाभ मिलेंगे। शीर्ष प्रबंधन को पता होना चाहिए कि यद्यपि प्रमाणीकरण अनिवार्य नहीं है या मानक की यह अपेक्षा भी नहीं है, तथापि प्रमाणीकरण संस्था को उत्पाद की गुणवत्ता, सेवा की गुणवत्ता, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और सतत विकास पहल के प्रति एक दृश्यमान प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने में सक्षम करेगा। 


सुरेश - क्या आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली का प्रमाणीकरण अनिवार्य नहीं है?


रवि - हाँ, आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक का प्रमाणीकरण अनिवार्य नहीं है। आप चाहे प्रमाणीकरण लें या न लें, यह आपकी इच्छा पर निर्भर करता है। आप बिना प्रमाणीकरण के भी अपनी संस्था में आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक कार्यान्वित अर्थात् लागू कर सकते हैं। 


सुरेश - पर हमें आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक के बारे में जानकारी नहीं है। कैसे हम इस बारे में जान सकते हैं?


रवि - यह सही बात है, आपको और संस्था के शीर्ष प्रबंधन को आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक के बारे में पता होना चाहिए, जिसके लिए मेरा सुझाव है कि शीर्ष प्रबंधन को एक प्रस्तुति प्रशिक्षण में भाग लेना चाहिए, जिसमें आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक से जुड़े मुद्दे शामिल हों, जैसे कि (1) आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक अवलोकन (2) संस्था और उसके संदर्भ को समझने का महत्व (3) जोखिम आधारित सोच (4) लक्ष्यों और अपेक्षाओं की पहचान (5) नेतृत्व भूमिका (6) गुणवत्ता नीति (7) गुणवत्ता के उद्देश्य (8) गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की प्रभावशीलता में योगदान के लिए व्यक्तियों को शामिल करना (9) संचालन समिति का गठन (10) टास्क फोर्स का गठन (11) सलाहकार की नियुक्ति (12) कार्यान्वयन की प्रक्रिया। 


तभी चाय आ गई और सुरेश ने कहा - पहले चाय पी लेते हैं, फिर मैं आपकी बात धैर्य से सुनूँगा। आपकी बातें मुझे रुचिकर लग रही हैं। आप बहुत ही स्पष्टता से उपयोगी जानकारी मुझे बता रहे हैं। 


शेष फिर,

केशव राम सिंघल 


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