मंगलवार, 30 जनवरी 2024

कहानी - गुणवत्ता की ओर - सुरेश की कंपनी में गुणवत्ता प्रबंधन की यात्रा - 3

सुरेश की कंपनी में गुणवत्ता प्रबंधन की यात्रा

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रवि ने चाय पीते हुए भी अपनी बात जारी रखी।

 

रवि - जो मुद्दे मैंने बताए, उन मुद्दों को शामिल करने वाला प्रस्तुतिकरण प्रशिक्षण  (presentation training) ऐसे व्यक्ति द्वारा आयोजित किया जा सकता है, जो आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक से अच्छी तरह परिचित हो, मानक की अपेक्षाओं को बताने और उनकी व्याख्या करने में सक्षम हो। किसी बाहरी सलाहकार या प्रशिक्षक को इस तरह का प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए कहा जा सकता है। यदि शीर्ष प्रबंधन किसी जागरूकता प्रशिक्षण में भाग लेने में सक्षम नहीं है, तो वह प्रासंगिक साहित्य, किताबें और प्रकाशन पढ़ सकते हैं।

 








साभार - प्रतीकात्मक चित्र AI की सहायता से तैयार किया।


इस संबंध में, रवि ने ‘Training Handbook on ISO 9001:2015 QMS Awareness’ (ASIN - B093YFFY7Z, available at Amazon) को पढ़ने का सुझाव दिया, जिसका लिंक है।  

 

रवि - वर्ष 2015 में, अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संस्था (International Organization for Standardization - आईएसओ) ने आईएसओ 9001 के लिए एक सूचनात्मक निःशुल्क विवरणिका "ISO 9001 - Debunking the myths" प्रकाशित की है, जो इसके कार्यान्वयन और उपयोग के बारे में कुछ गलतफहमियों को स्पष्ट करता है। इसे आप आईएसओ की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। इसका पढ़ना आपके लिए उपयोगी होगा। कई अन्य पुस्तकें और प्रकाशन उपलब्ध हैं।

 

सुरेश रवि की बातों को ध्यान पूर्वक सुन रहा था। उसने कहा - रवि जी, रुको, मैं यह यह ट्रेनिंग हैंडबुक का आर्डर अमेजन की साइट पर दे ही देता हूँ और आईएसओ की वेबसाइट से विवरणिका भी डाउनलोड कर लेता हूँ।

 

तभी रवि ने कहा - ट्रेनिंग हैंडबुक के अलावा आप अमेजन से "Implementing An Effective Quality Management System Kindle Edition (ASIN - B0CHM9D2NL, available at Amazon) का भी आर्डर भेज सकते हैं , जिसका लिंक है। यह प्रकाशन भी आपके लिए उपयोगी रहेगा।

 

तभी सुरेश ने अमेजन साइट पर दोनों किंडल प्रकाशनों का आर्डर भेजा और साथ ही आईएसओ की वेबसाइट से विवरणिका भी डाउनलोड कर लीं। सुरेश ने रवि को बताया - ये दोनों किंडल प्रकाशन तो मेरे मोबाइल और किंडल रीडर डिवाइस में ही आ गए हैं। अब मैं इन्हे पढ़ सकूँगा।

 

रवि - बहुत ही अच्छी बात है कि आपने मेरी सलाह को माना। मेरा विश्वास है कि ये साहित्य आपके लिए लाभकारी रहेंगे। मैं एक बात और कहना चाहता हूँ कि यदि आप आईएसओ 9001 :2015 से सम्बंधित साहित्य भली प्रकार पढ़ेंगे तो आपको सलाहकार पर कम निर्भर रहना पडेगा और इस तरह आप बहुत सा समय और पैसा बचा पाएँगे। 

 

सुरेश - वह कैसे?

 

रवि - कई संस्थाएँ आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली लागू करने के लिए पूरी तरह से सलाहकार पर निर्भर हो जाती हैं। इसमें सलाहकार संस्था को अधिक सेवाएं देता है तो वह अपनी फीस भी ज्यादा वसूलता है।

 

सुरेश - आप अपना नुकसान क्यों कर रहे हैं?

 

रवि - इसमें मेरे नुकसान की कोई बात नहीं है। हम अधिकतर प्रबंधन सलाहकार बहुत व्यस्त रहते हैं, हम चाहते हैं कि संस्था के लोगों में गुणवत्ता अवधारणा की जागरूकता अधिक से अधिक फैले, ताकि छोटी-छोटी बातों के लिए संस्थाओं को हम पर निर्भर न रहना पड़े। यदि लोगों में गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली की जागरूकता बढ़ेगी तो संस्था में मजबूत गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली लागू हो पाएगी और साथ ही किसी की बैसाखी पर संस्था को निर्भर नहीं रहना पडेगा। 


सुरेश - ऐसा बहुत कम सलाहकार कहते होंगे। 


रवि - मैं यह भी बताना चाहता हूँ कि आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली लागू करने के लिए किसी सलाहकार को नियुक्त करना आवश्यक नहीं है। हालाँकि किसी अच्छे सलाहकार की नियुक्ति एक सार्थक निवेश हो सकता है। एक अच्छा सलाहकार संगठन में ज्ञान और कौशल के त्वरित हस्तांतरण में मदद करता है। संस्था को आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली कार्यान्वयन कार्यक्रम को ट्रैक पर रखने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए सलाहकार की आवश्यकता हो सकती है, पर उसकी नियुक्ति जरूरी नहीं।  

 

सुरेश - मैं आपके विचारों की कद्र करता हूँ। कृपया आगे बताएँ।

 

रवि - अब मैं आगे की बात बताना चाहता हूँ। संस्था के शीर्ष प्रबंधन को बहुत से कामों में सक्रिय रूप से शामिल होकर आईएसओ 9001 :2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक को लागू करने के लिए नेतृत्व, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करना चाहिए, जिससे (1) यह सुनिश्चित किया जा सके कि संस्था के लोग मानक की अपेक्षाओं को पूरा करने के महत्व को समझें, (2) संस्था की गुणवत्ता नीति और गुणवत्ता उद्देश्यों की स्थापना हो सके, (3) संस्था की व्यावसायिक प्रक्रियाओं में गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली अपेक्षाओं को एकीकृत कर सकें, (4) प्रक्रिया दृष्टिकोण और जोखिम-आधारित सोच के उपयोग को बढ़ावा मिल सके, (5) संस्था में लोगों को कार्यान्वयन में शामिल करना, निर्देशित करना और समर्थन करना, (6) आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना, (7) सुधार को बढ़ावा देना, (8) संस्था की रणनीतिक दिशा के साथ संस्था की गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली की निरंतर उपयुक्तता, पर्याप्तता, प्रभावशीलता और संरेखण (adequacy, effectiveness and alignment) सुनिश्चित करने के लिए योजनाबद्ध अंतराल पर प्रबंधन समीक्षा हो सके।

 

सुरेश - आप उद्देश्यों या लक्ष्यों के बारे में कुछ कह रहे थे। कृपया उस बारे में बताएँ।

 

रवि - संस्था के शीर्ष प्रबंधन को उन उद्देश्यों या लक्ष्यों की पहचान करनी चाहिए जिन्हें वह प्राप्त करना चाहता है। विशिष्ट उद्देश्य या लक्ष्य इस प्रकार हो सकते हैं - (1) अधिक कुशल उत्पाद और सेवा प्रदान करना, (2) अधिक लाभदायक बने, (3) लगातार अपेक्षाओं को पूरा करने वाले उत्पाद और सेवा का उत्पादन करना, (4) ग्राहक संतुष्टि प्राप्त करना / बढ़ाना, (5) संस्था के लिए अधिक व्यवसाय, (6) बाज़ार हिस्सेदारी बनाए रखना/बढ़ाना (व्यवसाय), (7) संस्था की प्रक्रियाओं में सुधार, (8) संचार में सुधार, (9) संस्था के लोगों का मनोबल बढ़ाना, (10) लागत कम करना, (11) देनदारियां कम करना, (12) अपशिष्ट (waste) को कम करना, (13) पुनर्कार्य (rework) को कम करना, (14) उत्पादन प्रक्रिया में विश्वास बढ़ाना (15) तकनीकी उन्नयन।

 

अपनी बात का अंत करते हुए रवि ने कहा - शीर्ष प्रबंधन को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि इच्छित परिणाम प्राप्त हों, इसलिए शीर्ष प्रबंधन को आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक के अनुसार संस्था में गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली विकसित करने और लागू करने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए। इस संबंध में, मानक में बताई गई अपेक्षाओं और संस्था द्वारा निर्धारित अपेक्षाओं को पूरा किया जाना आवश्यक है। संक्षेप में, शीर्ष प्रबंधन को आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली का व्यापक ज्ञान होना चाहिए और उसे आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक लागू करने में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि आप अपनी कम्पनी में आईएसओ 9001:2015 गुणवत्ता प्रबंध प्रणाली मानक लागू कर पाएंगे और गुणवत्ता की यात्रा में आगे कदम उठाएँगे।

 

सुरेश - रवि, आपका मार्गदर्शन सुनकर लगता है कि गुणवत्ता की दिशा में कदम बढ़ाना मुश्किल नहीं होगा।

 

रवि - हाँ, सुरेश, गुणवत्ता में सुधार करना आवश्यक है, लेकिन हमें इसमें अपनी विशेषता डालनी चाहिए। हमें अपनी संस्था के लोगों में यह अनुभूति करवाना जरूरी है कि हम कैसे इसे अपने उद्यम के लाभ में परिणामी बना सकते हैं।

 

सुरेश - आपका यह सुझाव बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन मैं यह समझ नहीं पा रहा हूँ कि आईएसओ 9001:2015 को लागू करने वाले शुरुआती कदम कौन-कौन से अपनाऊँ।

 

रवि - ठीक है, सुरेश, आप एक छोटे से मॉडल के माध्यम से आगे बढ़ सकते हो। ये मॉडल आप इन किंडल पुस्तकों को पढ़कर जान सकते हैं। जो बात मैं आपको कहने जा रहा हूँ, वह जान लें।

 

सुरेश - ठीक है।

 

शेष फिर,

केशव राम सिंघल

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