वीडियो - प्राचीन भारत में गुणवत्ता की अवधारणा
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भारत में गुणवत्ता की अवधारणा विभिन्न युगों और कालों में विभिन्न रूपों में विकसित हुई है। ऐतिहासिक रूप से, भारतीय व्यावसायिक परंपरा में गुणवत्ता हमेशा प्राथमिकता रही है। सदियों से, भारतीय वाणिज्य और व्यापार समुदाय उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को महत्व देने के लिए संघर्ष करता रहा है। धार्मिक और सांस्कृतिक विचारधारा में भी गुणवत्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐतिहासिक रूप से, भारत कपड़ा, हस्तशिल्प, धातुकर्म, कृषि आदि सहित विभिन्न उद्योगों में अपनी शिल्प कौशल और गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध रहा है।
प्राचीन भारतीय साहित्य में गुणवत्ता के विषय पर अनेक चर्चाएँ होती रही हैं। भारतीय साहित्य के व्यापक और विविध पारंपरिक चिंतन में गुणवत्ता एक महत्वपूर्ण मानदंड रही है। .....
इस वीडियो में सभी तस्वीरें प्रतीकात्मक हैं।
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सादर,
केशव राम सिंघल
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